ज़ाहिद अनवर (राजु) / दरभंगा-सहयोग रूमी सकरी
दरभंगा--आज जाले थाना क्षेत्र के दोघरा विषधर चौक निवासी स्व.लखन यादव के 23 वर्षिय पुत्र ओमप्रकाश यादव बीते छ: वर्षों से दिल्ली में रहकर शादी विवाह में केटरर का काम करता था। इसी दौरान उसका सम्पर्क चार वर्ष पूर्व दिल्ली नजबगढ़ निवासी कयूम की पुत्री शहनाज उर्फ सिमा से हुई। दोनों के बीच प्रेम हो गया। प्रेम में वासना जब हिलोरे मारने लगा तो ओमप्रकाश ने शहनाज को मंगलसूत्र पहना दिया और वे पति-पत्नी की तरह दिल्ली में रहने लगे। जब उसके परिजनों को जानकारी हुई कि उसकी पुत्री गैर धार्मिक के साथ शादी कर लिया तो उसके परिजनों ने ओमप्रकाश की हत्या करने के लिए षड्यंत्र रचने लगे। लेकिन शहनाज उर्फ सीमा ढाल बन अपने पति की रक्षा की। 17 मार्च 2018 को दोनो दिल्ली से भागकर दरभंगा आ गये। यहां आपसी सहमती से दरभंगा स्थित मनोकामना मंदिर में हिन्दु रीति-रिवाज से शादी कर लिया और पति-पत्नी के रुप मे रहने की कसम खाई। शादी के बाद ओमप्रकाश ने शहनाज का नाम बदलकर सीमा रख दिया। ओमप्रकाश के अनुसार वह अपनी शादी की जानकारी अपने परिवार वालों को नहीं दिया था। वहीं शहनाज उर्फ सीमा के अनुसार सभी जानकारी ओमप्रकाश के परिजनों को थी। शहनाज उर्फ सिमा से शादी के कुछ दिनो बाद ओमप्रकाश दिल्ली से अपने घर दोघरा आकर रहने लगा और शहनाज उर्फ सीमा को दिल्ली में ही छोड़ दिया। बीच-बीच में ओमप्रकाश शहनाज उर्फ सीमा को दरभंगा बुलाता था। तीन चार दिन यहां रखता और फिर उसे दिल्ली भेज देता था। इधर ओमप्रकाश के घर वाले उसकी दूसरी शादी मुजफ्फरपुर जिला के गायघाट थाना क्षेत्र के शिवदाहा गांव के दिनेश यादव की पुत्री से 23 जून को तय कर दिया। शहनाज उर्फ सीमा को जब इसकी भनक लगी तो भागी-भागी वह दरभंगा जाले पहुंची और इसकी सूचना गुरुवार को थानाध्यक्ष उमेश कुमार को दी। थानाध्यक्ष ने ओमप्रकाश को उसके घर से थाना बुलवाया एवं तहकीकात किया। इसके उपरान्त उन्होंने 23 जून को शादी करने वाले शिवदाहा निवासी दिनेश यादव को बुलाकर उन्हें ओमप्रकाश की शादी की पूरी जानकारी दी। इस पर दिनेश भड़क गया और उसने सिबदाहा गांव मे शादी करने से इन्कार कर दिया। उसके उपरान्त थानाध्यक्ष ने पीआर बान्ड बनाकर ओमप्रकाश एवं उसकी पत्नी शहनाज उर्फ सीमा को सूखी दाम्पत्य जीवन बसर करने के हिदायत देकर दोनों को विदा किया।

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