मधुबनी जिले के राजनगर थाने के भरिया विशनपुर गाव के पास रविवार को 17 नंबर मानवरहित गुमटी पर दिल्ली से जयनगर जा रही गरीबरथ एक्सप्रेस बोलेरो से टकरा गई, जिससे बोलेरो में सवार 21 लोगों की मौत हो गई। हादसे में चार लोग जख्मी हैं। सभी मृतक और घायल विशनपुर टोला के रहने वाले बताए गए हैं। ये चुनाव में विजय श्री मिलने के बाद भरिया विशुनपुर पंचायत की मुखिया प्रत्याशी मीना देवी के जुलूस में भाग लेने राजनगर प्रखंड कार्यालय जा रहे थे। मृतकों में नवनिर्वाचित मुखिया की बेटी अंकिता कुमारी और घायलों में इकलौता पुत्र अंकु कुमार भी शामिल हैं। हालांकि, पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नीरज अंबष्ठ ने 18 लोगों के ही मरने व चार के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि की है। जबकि, डीएम संजीव हंस ने 19 लोगों के मरने की पुष्टि की है। डीएम ने कहा कि हादसे की न्यायिक जांच का आदेश दिया गया है। जांच अपर समाहर्ता राधा रमण झा करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मृतकों के आश्रितों को डेढ़ -डेढ़ लाख रुपये एवं घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज की घोषणा की है। जिला प्रशासन ने घटना में मरी नौ महिलाओं के परिजनों को पारिवारिक लाभ योजना के तहत दस -दस हजार रुपये एवं कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत प्रति मृतक पन्द्रह-पन्द्रह सौ रुपये दिए हैं। जिला प्रशासन और रेलवे के वरीय अफसर घटनास्थल पर कैम्प कर रहे हैं। इस बीच घटना के 6 घंटे बाद सकरी -जयनगर रेलखंड पर आवागमन बहाल हुआ। सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र की पहल पर रेल महकमे ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख व घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। इसकी पुष्टि समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम सत्यप्रकाश त्रिवेदी ने की।
ग्रामीणों और पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर करीब 12.45 बजे भरिया विशनपुर गांव के पास गुमटी नम्बर 17 को पार कर रही बोलेरो दिल्ली के आनंद विहार से जयनगर जा रही गरीबरथ एक्सप्रेस से टकरा गई। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। क्षतिग्रस्त बोलेरो ट्रेन के इंजन से चिपक गई। देखते ही देखते कोहराम मच गया। 19 लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें दो की मौत इलाज के दौरान डीएमसीएच में हो गयी। ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो से मृतकों व घायलों को निकाला। घायलों को राजनगर स्थित एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है।
मृतकों में सुनैना देवी मुन्नी कुमारी (12), सपना कुमारी (5), कल्पना कुमारी (10), अंकिता कुमारी (5), राजकुमारी देवी (40), काजल कुमारी (10), धर्मशीला देवी (20), रामदुलारी देवी (26), ऊषा देवी (35), सरिता कुमारी (10), ललिता कुमारी (8), कंचन कुमारी (5), नूतन कुमारी (6), दीपक कुमार (11), चंदर देवी (35), बौआदाइ देवी (40), तेतरी देवी (26) और लीला देवी (40), कारी पासवान व गुड़िया शामिल हैं। वहीं घायलों में सुकमरिया देवी (50), शांति देवी (48) आदि शामिल हैं। राजनगर के निजी क्लीनिक में इलाज के बाद डीएमसीएच रेफर किए गए घायलों में बोलेरो चालक, मुखिया का इकलौता पुत्र शामिल है।
ग्रामीणों के मुताबिक चालक की लापरवाही से दुर्घटना हुई। ग्रामीणों ने बताया कि बोलेरो में सवार महिलाएं चालक को गाड़ी रोकने के लिए कह रही थीं, लेकिन चालक ने उनकी बातें अनसुनी कर गाड़ी पार करने का प्रयास किया और हादसे का शिकार हो गया। रेल और बेलरों की टक्कर में २२ लोग की मौत
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