बढ़ रहा जापानी बुखार का खौफ़
सहमे हैं लोग
झोलाझाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर आयी बहार
लीची को छूना नहीं चाह रहे लोग
सरकारी अस्पताल से लोग कर रहे तोबा
पंडौल : जापानी बुखार हत्यारी बुखार,लीची बुखा और न जाने कितने नामों का खौंफ़ लिये यह बुखार का भ्रम पंडौल समेत ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों को डरा रहा है. इस बुखार का खौफ़ इतना बढ़ गया है कि झोला छाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर बहार आ गयी है.
झोलाझाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर आयी बहार
लीची को छूना नहीं चाह रहे लोग
सरकारी अस्पताल से लोग कर रहे तोबा
पंडौल : जापानी बुखार हत्यारी बुखार,लीची बुखा और न जाने कितने नामों का खौंफ़ लिये यह बुखार का भ्रम पंडौल समेत ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों को डरा रहा है. इस बुखार का खौफ़ इतना बढ़ गया है कि झोला छाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर बहार आ गयी है.
वहीं लीची व्यापारी को दिन में ही तारे नजर आने लगे है. हजारों रुपये के स्टॉक रखे लीची को कोई पूछने वाला नहीं मिल रहा है. यह अज्ञात बीमारी का खौफ़ कहे या भ्रम लोग गलती से भी लीची को छूना नहीं चाह रहे है. वहीं बच्चों के अभिभावकों ने अपने नन्हे मुन्ने को स्कूल जाने के समय दिये जाने वाले जेब खर्च पर पाबंदी लगा दिया है ताकि बाजार में बिकने वाला लीची खरीद कर खा नहीं सके.
वहीं गरमी के इस बदलते मौसम में थोड़ी सी भी बुखार का एहसास हाने पर परिजन अपने लाडले को लेकर डॉक्टर के क्लिनिकों की ओर दौड़ पड़ते है. तो प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में फ़ैले झोला छाप डॉक्टरों के क्लिनिकों पर भी लंबी लंबी कतार देखने को मिल रही है. सरकारी अस्पताल की दयनीय हालत ऐसी है कि वहां स्वास्थ्य आदमी भी बीमार हो जायेगा. स्थानीय अस्पताल के डॉक्टर महोदय सकरी में ही निजी क्लिनिक चलाने में अधिक दिलचस्पी रखते है.
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