सीमेंट फ़ैक्टरी के उद्भेदन पर दूसरे दिन छापेमारी जारी
मधुबनी : नकली सीमेंट बनाने और उसे सस्ता दाम में बाजार में बेचने को लेकर बीते दिन रांटी गांव में हुए छापेमारी से जिला के व्यवसायियों में हड़कंप मचा हुआ है. एक साथ आठ जगहों पर छापामारी की.
मुख्यालय स्थित सुरतगंज लोहापट्टी में विजय प्रधान के गोदाम पर बुधवार की रात छापामारी की गयी. छापामारी प्रभारी थानाध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद अवर निरीक्षक राम सागर पांडे, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक अमित कुमार, प्रशिक्षु अवर निरीक्षक ललन कुमार पासवान, सहायक अवर निरीक्षक अजय सिंह सहित सशस्त्र बल के साथ छापामारी की गयी.
छापामारी में गोदाम में रखे 1900 बोरा सीमेंट भी बरामद किया गया. सेल्समैन पवन महतो के बयान पर सदर थाना में के स दर्ज कर पवन महतो को जेल भेज दिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि उक्त सीमेंट का न तो चालान है और न ही इसका बिल है.
जिससे स्पष्ट होता है कि सभी सीमेंट नकली है. प्रशासन द्वारा दुकान को सील कर दिया गया है. दूकान मालिक विजय प्रधान संवाद प्रेषण तक फ़रार बताया गया है.
लोगों में नाराजगी
नकली सिमेंट की मकर जाल में फ़ंसे जिला के आम जनता काफ़ी परेशान हैं. अरेर के लालू मिश्र से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि नकली सिमेंट के कारोबार करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो.
उनका कहना था कि इस कारोबार में लिप्त व्यक्ति को आजन्म कारावास मिलना चाहिए. क्योंकि वर्षो तपस्या के बाद लोग घर बनाता है.वहीं वैद्यनाथ का कहना था कि नकली सीमेंट में लिप्त पर कानूनी कार्रवाई के साथ अजन्म कारवास होना चाहिए.
वहीं व्यवसायी सुमन महासेठ का कहना था कि नकली सीमेंट के कारोबार में लिप्त व्यक्ति को पकर कर पहले उसको ओर्थक दंड मिलना चाहिए. उसके बाद शारीरिक व मानसिक दंड मिलना चाहिए. श्री महासेठ ने कहा कि आम आदमी अधिकृ त विक्रेता से ही सीमेंट या मकान से सबंधित समान खरीदे.
कृष्ण चंद्र झा शास्त्री का कहना था कि इस तरह के कारोबार में लिप्त व्यक्ति पर मानव हत्या का केश होना चाहिए. क्योंकि मकान बनने के साथ ही गिर जायेगी और उसमें रहने वाला व्यक्ति को अकाल मृत्यु हो जायेगी.
सीमेंट व्यवसायी विमल झा का कहना था कि इस तरह का गोरखधंधा सिर्फ़ जिला में ही नहीं होता बल्कि छोटी छोटी नाजायज सीमेंट निर्माता कंपनी भी बाहर से ही नकली सीमेंट भेजता है. उनका कहना था कि सरकार एवं व्यवस्थित कंपनी को मिल कर इस पर चिंतन करना पड़ेगा तभी इस समस्या का हल संभव है.
व्यवसायी अशोक झा का कहना था कि प्रशासन के ऐसे कारगर कदम पर हमलोगों के तरफ़ से धन्यवाद. ऐसे काम करने वालों की ओछी हरकत से गरीब जनता का दोहन होता है. दूसरी तरफ़ व्यवसायी भी मार खाते हैं.
क्योंकि नकली सीमेंट लोंगों को कम दाम पर मिल जाती है. जिस कारण ग्राहक उस ओर भागता है. कलुआही प्रतिनिधि के अनुसार, बुधवार की शाम करीब साढ़े छह-सात बजे खजौली के आरक्षी निरीक्षक विनोद कुमार के नेतृत्व में थाना के बगल में कलुआही पुलिस छापामारी कर कलुआही बाजार के सीमेंट विक्रेता ललित यादव एवं दीपक झा के गोदाम को सील कर करीब 900 बोरा सीमेंट जब्त कर ली है.
राजनगर में पुलिस गिरफ्त में पकड़ाये नकली सीमेंट के सरगना ने अपने बयान में उक्त दोनों स्थानीय विक्रेताओं से सीमेंट बेचे जाने की बात पुलिस को बतायी थी. थानाध्यक्ष हरीश कुमार सिन्हा ने बताया कि सूचना मिलते ही ललित यादव के चार एवं दीपक झा के दो गोदाम को सील कर दिया गया है. पुलिस के अनुसार गोदामों में नकली सीमेंट बरामद कर ली है.
छापेमारी के बाद से नकली सीमेंट विक्रेताओं का नींद उड़ गयी है. खून पसीने की कमाई से मंहगा घर बनाने वालों के साथ साथ वर्षो से धोखाधड़ी का खेल चल रहा है. आये दिन गांव गांव निर्माण कार्य में नकली सीमेंट का बोरा मिलने की बात चर्चा होते देखा जा रहा था. पुलिस की जांच गहराई से होने पर बड़े सरगनाओं का नाम उजागर हो सकता है.
खजौली, बासोपट्टी, जयनगर सहित अन्य जगहों पर भी बड़े पैमाने पर नकली सीमेंट बेचे जाने की बात बतायी जा रही है.
हरलाखी : प्रतिनिधि के अनुसार, थाना क्षेत्र के सीमेंट व्यवसायी सम्राट ट्रेडर्स पर छापेमारी कर चार गोदाम को सील कर दिया गया है. रांटी गांव में नकली सीमेंट बनाने के कारखाना के उद्भेदन के बाद हुई तफ्तीश में यह छापेमारी हुई है.
पुलिस सुत्रों के मुताबिक 800 से अधिक नकली सीमेंट का बोरा व अन्य सामग्री जब्त की है. इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, थानाध्यक्ष श्रीनिवास सिंह, संजय कुमार मौजूद थे. बीडीओ ने बताया कि उच्चाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जा रही है
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