राजनगर (मधुबनी) मधुबनी मंडल कारा, रामपट्टी से मंगलवार को फरार विचाराधीन बंदी मो.साबिर ने बुधवार को स्वयं राजनगर थाना पर पहुंच कर अपने को पुलिस के हवाले कर दिया। साबिर के थाना पर पहुंचने से जेल व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इस बीच मामले की जांच के लिए खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा मुजफ्फरपुर के काराधीक्षक ने रामपट्टी पहुंच कर जेल अधिकारियों से जानकारी ली।
बिस्फी थाना के सदुल्लापुर निवासी मो. साबिर मंगलवार को अचानक जेल से फरार हो गया था। गिनती के समय एक बंदी की कमी की बात सामने आने पर जब इसकी तहकीकात की गई तो इसका खुलासा हुआ। उसके फरार होने की सूचना पर प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया। डीएम, एसपी व अन्य अधिकारी जेल परिसर पहुंच कर मामले की जानकारी ली। साबिर वर्ष 2010 में विस्फी में हुए एक लड़की के अपहरण के आरोप में विचाराधीन बंदी के रूप में जेल में बंद था। इस मामले में न्यायालय में सेशन ट्रायल चल रहा था। थानाध्यक्ष हरीश कुमार सिन्हा ने बताया कि साबिर को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही थी। इसी बीच वह स्वयं थाना पर पहुंच गया। उसे जेल भेज दिया गया है।
राजनगर (मधुबनी) मधुबनी मंडल कारा, रामपट्टी से मंगलवार को फरार विचाराधीन बंदी मो.साबिर ने बुधवार को स्वयं राजनगर थाना पर पहुंच कर अपने को पुलिस के हवाले कर दिया। साबिर के थाना पर पहुंचने से जेल व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इस बीच मामले की जांच के लिए खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा मुजफ्फरपुर के काराधीक्षक ने रामपट्टी पहुंच कर जेल अधिकारियों से जानकारी ली।
बिस्फी थाना के सदुल्लापुर निवासी मो. साबिर मंगलवार को अचानक जेल से फरार हो गया था। गिनती के समय एक बंदी की कमी की बात सामने आने पर जब इसकी तहकीकात की गई तो इसका खुलासा हुआ। उसके फरार होने की सूचना पर प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया। डीएम, एसपी व अन्य अधिकारी जेल परिसर पहुंच कर मामले की जानकारी ली। साबिर वर्ष 2010 में विस्फी में हुए एक लड़की के अपहरण के आरोप में विचाराधीन बंदी के रूप में जेल में बंद था। इस मामले में न्यायालय में सेशन ट्रायल चल रहा था। थानाध्यक्ष हरीश कुमार सिन्हा ने बताया कि साबिर को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही थी। इसी बीच वह स्वयं थाना पर पहुंच गया। उसे जेल भेज दिया गया है।
राजनगर (मधुबनी) मधुबनी मंडल कारा, रामपट्टी से मंगलवार को फरार विचाराधीन बंदी मो.साबिर ने बुधवार को स्वयं राजनगर थाना पर पहुंच कर अपने को पुलिस के हवाले कर दिया। साबिर के थाना पर पहुंचने से जेल व पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। इस बीच मामले की जांच के लिए खुदीराम बोस केन्द्रीय कारा मुजफ्फरपुर के काराधीक्षक ने रामपट्टी पहुंच कर जेल अधिकारियों से जानकारी ली।
बिस्फी थाना के सदुल्लापुर निवासी मो. साबिर मंगलवार को अचानक जेल से फरार हो गया था। गिनती के समय एक बंदी की कमी की बात सामने आने पर जब इसकी तहकीकात की गई तो इसका खुलासा हुआ। उसके फरार होने की सूचना पर प्रशासनिक महकमा में हड़कंप मच गया। डीएम, एसपी व अन्य अधिकारी जेल परिसर पहुंच कर मामले की जानकारी ली। साबिर वर्ष 2010 में विस्फी में हुए एक लड़की के अपहरण के आरोप में विचाराधीन बंदी के रूप में जेल में बंद था। इस मामले में न्यायालय में सेशन ट्रायल चल रहा था। थानाध्यक्ष हरीश कुमार सिन्हा ने बताया कि साबिर को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही थी। इसी बीच वह स्वयं थाना पर पहुंच गया। उसे जेल भेज दिया गया है।
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