ज़ाहिद अनवर (राजु) / दरभंगा
*दरभंगा*--दरभंगा में गैंगवार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात लगभग 10 बजे भठियारीसराय मोड़ दोनार के पास गोलियों की तड़तराहट से पूरा इलाका गूंज उठा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आधा दर्जन चक्र गोलियों के चलने को महसूस किया गया जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गया। घटना की खबर मिलते ही चार थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गयी लेकिन गोली चलाने वाला भागने में सफल रहा। इस बावत नगर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें मो.आरजू सहित तीन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। अपने आवेदन में मो.जिया ने कहा है कि पूर्व में भी इनलोगों से उसका विवाद चला आ रहा है। सनद रहे कि दो साल पहले भी नाका न0.5 स्थित जिया के घर पर गोलीबारी की घटना हुई थी जिसमे वह बुरी तरह घायल हो गया था। इसको लेकर भी लहेरियासराय थाना में मुकदमा दर्ज है। फिलहाल इस घटना को लेकर अभी तक किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर दरभंगा में अपराधी बेलगाम क्यो होते जा रहे है? क्या ये मान लिया जाए की पुलिस से अपराधियों का भय खत्म हो गया है? हा दरभंगा पुलिस की एक उपलब्धि तो ये मानी जायेगी की भले अपराधियों को रोकने में दरभंगा पुलिस असफल रहा हो लेकिन घटना के बाद काण्ड का उदभेदन करने में तो सफलता ज़रूर मिल जाती है।
*दरभंगा*--दरभंगा में गैंगवार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात लगभग 10 बजे भठियारीसराय मोड़ दोनार के पास गोलियों की तड़तराहट से पूरा इलाका गूंज उठा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आधा दर्जन चक्र गोलियों के चलने को महसूस किया गया जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गया। घटना की खबर मिलते ही चार थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गयी लेकिन गोली चलाने वाला भागने में सफल रहा। इस बावत नगर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमें मो.आरजू सहित तीन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। अपने आवेदन में मो.जिया ने कहा है कि पूर्व में भी इनलोगों से उसका विवाद चला आ रहा है। सनद रहे कि दो साल पहले भी नाका न0.5 स्थित जिया के घर पर गोलीबारी की घटना हुई थी जिसमे वह बुरी तरह घायल हो गया था। इसको लेकर भी लहेरियासराय थाना में मुकदमा दर्ज है। फिलहाल इस घटना को लेकर अभी तक किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अब एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर दरभंगा में अपराधी बेलगाम क्यो होते जा रहे है? क्या ये मान लिया जाए की पुलिस से अपराधियों का भय खत्म हो गया है? हा दरभंगा पुलिस की एक उपलब्धि तो ये मानी जायेगी की भले अपराधियों को रोकने में दरभंगा पुलिस असफल रहा हो लेकिन घटना के बाद काण्ड का उदभेदन करने में तो सफलता ज़रूर मिल जाती है।
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