अयाज़ महमूद रूमी व सहयोगी 13 मार्च 18
वीडियो www.youtu.be/1R5JP9zVGGM
मधुबनी स्थित मदरसा इस्लामिया भौवारा से लाखों की संख्या में हास्पीटल रोड होते हुए जलधारी चौक रास्ते जिला समाहरणालय तक महिलाओं का मौन जुलूस तमाम मकतबे फिक्र के उलेमाओं की सरपरस्ती में निकाला गया। यह मौन जुलूस मधुबनी के तमाम मुसलमानों की ओर से निकाला गया। महिलाओं का जमावरा मदरसा इस्लामिया के मैदान में हुआ। मैदान में सभा को संबोधित करते हुए महिलाओं बेनजीर
ख़ालिद, तराना सिद्दीकी, रेहाना बानो, आलिया खुर्शीद, रखशिंदा जहाँ, रौनक परवीन, सबाहत रेहान आदि ने भारत सरकार से अविलंब तीन तलाक़ पर बनाया गया काला कानून वापस लेने की मांग की और सरकार को यह चेतावनी दी कि हमारी शरीयत में मुदाखलत अविलंब बंद करे। जान से बढ़ कर है हमारी शरीयत है। सरकार अगर मुस्लिम महिलाओं को वाकई हुकूक दिलाना चाहती है तो औरतों, मर्दों और मुस्लिम बच्चों को शिक्षा से जोङे साथ ही मुस्लिम मर्दों को रोजगार मोहैया कराए। सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे। सरकार रोज रोज मुसलमानों को नए नए मामले में उलझा कर मुस्लिम समुदाय के विकास से भागती नजर आ रही है। सरकार अपने रवैये में बदलाव लाए और मुसलमानों को टारगेट बनाना बंद करे।
मदरसा इस्लामिया के मैदान ही नहीं मधुबनी की सङके भी भीड़ के आगे छोटी पङ गई। भीङ का यह आलम था कि कई घंटे तक मधुबनी थमा रहा। जिला प्रशासन ने भी बढ़ चढ़ कर सहयोग किया। जुलूस में हुजूम का यह आलम रहा कि शहर में पाँव रखने तक का जगह नही बचा। जुलूस सभी मकतबे फिक्र के उलेमाओं की कयादत में निकाला गया। जुलूस में बङी संख्या में समाजी कारकुन, सियासी लीडरान, तमाम फलाही और मिल्ली तंजीमों के सरबराह, इमाम व खतीब, दानिशवरान, मदारिस के के जिम्मेदारों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। जुलूस की कामयाबी के लिए मधुबनी नौजवान कमिटी,सकरी नौजवान कमिटी के जिम्मेदारों जिसमें इम्तेयाज अहमद पप्पू, अखलाक सिद्दीकी, अनायतुल्लाह खान, मुजफ्फर कमाल राशिद ने पूरी ताकत झोंक दी थी । सकरी इलाकों से आयी जलूस के तरकीब, एकता और इंतजाम के चर्चे मधुबनी में खूब होती रही | सकरी, पंडौल, कमसुदा, बलांट, मोकरमपुर, सीमा से आई पांच सौ से अधिक गाड़ियों के काफ्लो को मधुबनी एयरपोर्ट की जगह दी गई थी | जहा से सकरी कमिटी के अयाज़ महमूद रूमी, इंतजार अहमद,मुफ़्ती महताब साहब, अब्दुल रहीम साहब,मो रिजवान साहब की नेतृत्व में मदरसा ले जाया गया | जहा दर्जनों रजाकारों ने मौर्चा संभाला जिसमे प्रमुख रूप से शाहवाज़ महमूद मीनू, चाँद बाबु,कमाल बाबु,फूल बाबु,आफ़ताब आलम, सूउद अहमद, मो नासिर, मो खालिद आदि थे | सकरी से पहुंची सबसे पहले मदरसा गई जहा दुआ के बाद मधुबनी डीएम ऑफिस जाकर तीन तलाक बिल वापस के आवेदन जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक को सोंपा गया | जिसके बाद महिलाओं का हुजूम थाना चौक होते हुए वापस मदरसा आ गई | भीड़ के कारण चार घंटे तक मधुबनी शहर रुक गया था |
सकरी की एक नयी सोच कमिटी के अध्यक्ष अयाज़ महमूद रूमी ने मधुबनी मुस्लिम कमिटी के हर वह लोग जिन्होंने जैसे भी जलूस में मदद की उनका तहे दिल से शुक्रिया किया | साथ ये ये पैगाम दुनिया के कौने कौने में पहुँचाने की अपील किया की मुस्लमान कितने अमन पसंद लोग है जो लाखों में इक्कठे हो कर भी प्रशासन के लिए मुसीबत नहीं बने बल्कि हम सभी ने अपने फर्ज बखूबी और ईमानदारी से निभा कर सुभानअल्लाह घर लौट आये |
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