अयाज़ महमूद रूमी
सकरी-पिता से मोटी रकम पाने के लिए अपने अपहरण की
साजिश रचीए पर खुद अपने बनाये जाल में फंस गया । अपने मौसेरा भाई व अन्य साथियों के
साथ मिल कर रचा था शाजिस व पिता पर पांच लाख की मांग भी कर डाली । मामला का उदभेदन
करते हुए युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । घटना 25 जून की संध्या की है जब सकरी बाजार निवासी जयदीप नारायण चौधरी
अपने पुत्र जयकांत कुमार के अपहरण व पांच लाख रुपये की मांगकी शिकायत को लेकर सकरी
थाना पहुंचे । थाना क्षेत्र में इस प्रकार की पहली घटना की शिकायत के बाद पुलिस महकमा
का हाथ पावं फूलने लगा । थानाध्यक्ष ने शिकायत दर्ज कर वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया
। जिसके बाद सर्विसलाईन्स को एक्टिव कर दिया गया । अपहरण के मोबाईल टावर लोकेशन के आधार पर खोजबिन की जाने
लगी ।पुलिस को जयदीप उर्फ टुनटुन पर संदेह होने लगा । पुलिस के दबिश को देख मंगलवार को अपहरण स्वतरू घर वापस आ गए । सूचना मिलते ही पुलिस ने
अपहरण को उसके घर से पकड़ थाने ला पुछताछ किया
तो कहानी कुछ और ही निकली । जिसके अनुसार जयदीप जब पटना में रहता था तभी उसे वहां कुछ
लेनी देनी में कर्ज हो गया । जिसमें उसने अपने मौसेरे भाई दरभंगा निवासी राजकुमार महतो
के बेटे रजनीश महतो से डेढ़ लाख रूपये कर्ज
लिए थे । जिसे जयदीप वापस नहीं कर पा रहा था । उसने एक खतरनाक साजिश रची और स्वंय अपना
अपहरण कर पिता को फोन कर पांच लाख रूपये की फिरौती मांगी । बस यहीं वह चुक गया और पुलिस
को कुछ शक हुआ । इसी आधार पर पुलिस ने जब खोजबिन करनी शुरू कर दी तो जयदीप डर गया और
वापस घर आ गया । इस बात से पुलिस को उस पर और शक गहराता चला गया । 24 घंटे के भीतर पुलिस ने मामले का उद्भेदन कर लिया । सकरी थानाध्यक्ष
राजेश कुमार ने जयदीप उर्फ टुनटुन के विरूद्ध मामला दर्ज करते हुए जयदीप को उसके घर
से गिरफ्तार कर लिया । उक्त घटना के बाद से
इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है की कोई बेटा रुपये के किस हाल पर पहुंच
सकता है की वह अपना ही अपहरण स्वंय कर पिता से पांच लाख फिरौती मांग सकता है ।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें