अयाज़ महमूद रूमी
पंडौल मधुबनी-प्रखंड के सकरी पंचायत अंतर्गत कुदरतिया मदरसा सकरी में चार शिक्षकों की बहाली गुपचुप तरीके से कर लिया गया । रविवार को मदरसा के सेक्रेटरी सदर मौलवी व हेड मास्टर के खिलाफ कमिटी के पांच सदस्यों व ग्रामीणों ने हंगामा किया । जानकारी के मुताबीक प्रखंड के सकरी पंचायत अंतर्गत मदरसा कुदरतिया में खाली पदों पर चार शिक्षकों बहाली गुपचुप तरीकों से करा ली गई । बहाली के कई महीनों तक न ही कमिटी को सूचना मिल पाई ना ही ग्रामीणों को भनक लगने दिया गया ।
संयंत्र-तीन माह पूर्व यानी 18 फरवरी 2018 सिक्रेटरी ने स्वयं उक्त बहाली को फर्जी व गलत हस्ताक्षर पर करा लिए जाने की जानकारी लोगों के बिच बता कर बैठक बुलाई | जिसके बाद मदरसा में अवैध बहाली रद्द करने को लेकर काफी हंगामा हुआ | जिसके बाद सिक्रेटरी ने उक्त बहाली को एक हफ्ते में रद्द करने का वादा कर लोगों को शांत करा दिया |
मदरसा कमिटी के सात में से चार सदस्यों लगातार सिक्रेटरी को बहाली रद्द कराने की अपील करते रहे मगर वे टाल मटोल कर वक़्त गुजरते गए | सिक्रेटरी के मिलीभगत का खुलासा तब हुआ जब अचानक 30 जून 18 को उक्त बहाल लोगों को मदरसा में पढ़ाने भेज दिया गया | जिसके बाद लोगो का गुस्सा बहार आया |
कमिटी के लोगों ने उक्त सिक्रेटरी ,सदर आदि के खिलाफ मोर्चा खोला - मदरसा प्रबंध कमेटी के सात सदसीय कमिटी में से पांच सदस्यों ने मदरसा कमिटी पर आरोप लगाया है ।
1.सिक्रेटरी सह सकरी पश्चिमी के मुखिया अली अहमद ने अपने भाई के बहु की बहाली की
2.कमिटी में सदर पद के पूर्व सरपंच मो गयासुद्दीन ने अपने साला की बहाली की
3.मदरसा के हेड मास्टर मौलाना जावेद हसन ने अपने दामाद की बहाली की
4.तथा मदरसा के मौलवी आबिद रहमानी ने अपने बेटे की बहाली करा कर चरों सिट का बंदर बाँट कर लिया
विरोध कर रहे पांच में से चार सदस्यों ने रविवार को एक बैठक बुलाई व प्रदर्शन किया | प्रदर्शनकारी में स्वयं मदरसा कमिटी के सदस्य मो जाहिद हुसैन, मो इनयातूल्लाह व मो रब्बानी व मो लाडले आदि का कहना था कि न तो इस रिक्ति का पदों की बहाली में हम लोगों से पूछा गया ना ही इसकी जानकारी दी गई । गुपचुप तरीके से मदरसा के चार पदों पर बहाली कर दी गई । आक्रोशित लोगो का कहना था कि उक्त बहाली में मदरसा बोर्ड पटना के कर्मी का कार्य भी संदेह के घेरे में है । जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से किया जायेगा । मदरसा कमिटी साजिश के तहत ये बहाली कराई गई जिसको स्वयं सिक्रेटरी अली अहमद ने तीन माह पूर्व उक्त बहाली को अवैध बताते हुए इसे रद्द करने का वादा कमिटी व ग्रामीणों को दिया था । मगर तीन माह बाद भी सिक्रेटरी में अपना वाला पूरा नहीं किया । जिसको लेकर आज फिर बैठक की गयी । मो उजाले, मो सादिक उस्मानी, मो चाँद कहते है कि इस प्रक्रिया को इतना गुप्त रखा गया कि मामले की जानकारी मदरसा के सदस्यों तक को नही हो सकी थी। बहाली प्रक्रिया को किसी गुप्त जगह पर अंजाम दिया गया । ग्रामीणों में मो जावेद आलम, मो जाहीद हुसैन, मो नासिर, मो नेमतुल्लाह, मोजफ्फर आलम, अमान साह, मो लड्डू हुसैन, मो हिरा, फूल बाबु ने बताया कि मदरसा के ही दो कर्मी ने अपने परिवार के सदस्य को विशेष लाभ दिया । तथा दो पदों पर सिक्रेटरी व सचिव ने अपने रिश्तेदारों को बहाल करा दिया । वही फर्जी बहाली को लेकर मदरसा के टिचर ने बताया की सभी बहाली नियम से हुए है । जबकि हेड मोदर्रिश सड़क हादसे से घायल हो इलाजरत है अधिक जानकारी वही दंगे । बरलहाल ग्रामीणों ने कहा है कि सोमवार को आरोपी के खिलाफ शिकायत लेकर स्थानीय लोग व कमिटी के सदस्य डीएम से मिलेंगे ।

संयंत्र-तीन माह पूर्व यानी 18 फरवरी 2018 सिक्रेटरी ने स्वयं उक्त बहाली को फर्जी व गलत हस्ताक्षर पर करा लिए जाने की जानकारी लोगों के बिच बता कर बैठक बुलाई | जिसके बाद मदरसा में अवैध बहाली रद्द करने को लेकर काफी हंगामा हुआ | जिसके बाद सिक्रेटरी ने उक्त बहाली को एक हफ्ते में रद्द करने का वादा कर लोगों को शांत करा दिया |
मदरसा कमिटी के सात में से चार सदस्यों लगातार सिक्रेटरी को बहाली रद्द कराने की अपील करते रहे मगर वे टाल मटोल कर वक़्त गुजरते गए | सिक्रेटरी के मिलीभगत का खुलासा तब हुआ जब अचानक 30 जून 18 को उक्त बहाल लोगों को मदरसा में पढ़ाने भेज दिया गया | जिसके बाद लोगो का गुस्सा बहार आया |
कमिटी के लोगों ने उक्त सिक्रेटरी ,सदर आदि के खिलाफ मोर्चा खोला - मदरसा प्रबंध कमेटी के सात सदसीय कमिटी में से पांच सदस्यों ने मदरसा कमिटी पर आरोप लगाया है ।
1.सिक्रेटरी सह सकरी पश्चिमी के मुखिया अली अहमद ने अपने भाई के बहु की बहाली की
2.कमिटी में सदर पद के पूर्व सरपंच मो गयासुद्दीन ने अपने साला की बहाली की
3.मदरसा के हेड मास्टर मौलाना जावेद हसन ने अपने दामाद की बहाली की
4.तथा मदरसा के मौलवी आबिद रहमानी ने अपने बेटे की बहाली करा कर चरों सिट का बंदर बाँट कर लिया
विरोध कर रहे पांच में से चार सदस्यों ने रविवार को एक बैठक बुलाई व प्रदर्शन किया | प्रदर्शनकारी में स्वयं मदरसा कमिटी के सदस्य मो जाहिद हुसैन, मो इनयातूल्लाह व मो रब्बानी व मो लाडले आदि का कहना था कि न तो इस रिक्ति का पदों की बहाली में हम लोगों से पूछा गया ना ही इसकी जानकारी दी गई । गुपचुप तरीके से मदरसा के चार पदों पर बहाली कर दी गई । आक्रोशित लोगो का कहना था कि उक्त बहाली में मदरसा बोर्ड पटना के कर्मी का कार्य भी संदेह के घेरे में है । जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री से किया जायेगा । मदरसा कमिटी साजिश के तहत ये बहाली कराई गई जिसको स्वयं सिक्रेटरी अली अहमद ने तीन माह पूर्व उक्त बहाली को अवैध बताते हुए इसे रद्द करने का वादा कमिटी व ग्रामीणों को दिया था । मगर तीन माह बाद भी सिक्रेटरी में अपना वाला पूरा नहीं किया । जिसको लेकर आज फिर बैठक की गयी । मो उजाले, मो सादिक उस्मानी, मो चाँद कहते है कि इस प्रक्रिया को इतना गुप्त रखा गया कि मामले की जानकारी मदरसा के सदस्यों तक को नही हो सकी थी। बहाली प्रक्रिया को किसी गुप्त जगह पर अंजाम दिया गया । ग्रामीणों में मो जावेद आलम, मो जाहीद हुसैन, मो नासिर, मो नेमतुल्लाह, मोजफ्फर आलम, अमान साह, मो लड्डू हुसैन, मो हिरा, फूल बाबु ने बताया कि मदरसा के ही दो कर्मी ने अपने परिवार के सदस्य को विशेष लाभ दिया । तथा दो पदों पर सिक्रेटरी व सचिव ने अपने रिश्तेदारों को बहाल करा दिया । वही फर्जी बहाली को लेकर मदरसा के टिचर ने बताया की सभी बहाली नियम से हुए है । जबकि हेड मोदर्रिश सड़क हादसे से घायल हो इलाजरत है अधिक जानकारी वही दंगे । बरलहाल ग्रामीणों ने कहा है कि सोमवार को आरोपी के खिलाफ शिकायत लेकर स्थानीय लोग व कमिटी के सदस्य डीएम से मिलेंगे ।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें