इंजीयरिग कालेज पंडौल मे छात्र- छात्राओं को किया गया सम्मानित
पंडौल|अयाज़ महमूद रूमी-9708137399
आधुनिक काल के महानतम गणितज्ञों में से एक श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को तमिल नाडु के इरोड जिले में एक तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ था। रामानुजन को बचपन से ही गणित से खासा लगाव था, वहीं अन्य विषयों में रुचि की वजह से वे 12वीं में फेल हो गये थे।
उक्त बातें गुरुवार को मधुबनी के प्रभारी डीएम सह डीडीसी विशाल राज ने श्रीनिवास रामानुजन के जन्म दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान पंडौल स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज मे कही। उन्होने कहा प्रेरणा की बात है कि रामानुजन ने सिर्फ 12 वर्ष की उम्र में ही त्रिकोणमिति में महारत हासिल कर ली थी। राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय पंडौल में आयोजित राष्ट्रीय गणित दिवस के मौके पर जिले के विभिन्न विद्यालय से आए सैकड़ों छात्रों एवं अभिभावकों ने उत्साह से भाग लिया। प्रभारी डीएम के अलावा राजकीय पॉलीटेक्निक झंझारपुर के प्राचार्य डॉ शंभू कांत झा सहित शिक्षा क्षेत्र से गणमान्य अतिथि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के पहले संस्थान के प्राचार्य डॉ विकास के द्वारा गुलदस्ता से स्वागत किया गया। जिसके बाद कालेज की छात्राओं ने स्वागत गान से अतिथियों का अभिवादन किया। मुख्य अतिथि के द्वारा रामानुजन टैलेंट सर्च टेस्ट इन मैथमेटिक्स प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। मौके पर आरके कॉलेज मधुबनी के प्राध्यापक डॉ सत्येंद्र कुमार सत्य द्वारा तकनीकी शिक्षा में गणित के महत्व पर चर्चा की। संस्थान के प्राचार्य ने सभी पुरस्कृत छात्रों को बधाई दी और विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर राज्य और राज्य एवं राष्ट्र के विकास में भागीदार बनने का आवाहन किया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ मो इरशाद ने बताया कि इस कार्यक्रम महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जयंती के अवसर पर किया गया था। तकनीकी शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु बिहार काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी एवं विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग पटना द्वारा राज्य के सभी जिले के अभियंत्रण महाविद्यालय में किया गया है। कार्यक्रम का संचालन प्रो डा इरशाद द्वारा किया गया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो डॉ चंदन कुमार झा ने दिया।
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