विभक्त मिथिला होगी एक
मिथिला जल्द जुड़ेगी कोसी से
झंझारपुर : बिहार का शोक कहे जाने वाले कोसी नदी पर निर्माणाधीन महासेतु का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है. लगभग दो किमी की दूरी में पुल बनकर तैयार हो चुका है.
झंझारपुर : बिहार का शोक कहे जाने वाले कोसी नदी पर निर्माणाधीन महासेतु का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है. लगभग दो किमी की दूरी में पुल बनकर तैयार हो चुका है.
शेष कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. महासेतु का निर्माण अंतरराष्ट्रीय कंपनी सिगमेंट गैमन इंडिया लिमिटेड कर रही है. महासेतु निर्माण के बाद वषों से दो भागों में विभक्त मिथिला का एकीकरण हो जायेगा. इस महासेतु पर आवागमन चालू हो जाने से दरभंगा, मधुबनी सहित उत्तर बिहार के कई जिलों का सीधा संपर्क सहरसा, सुपौल जिले से हो जायेगा.
यहां के लोग मात्र एकाध घंटों में ही कोसी क्षेत्र के विभिन्न भागों में पहुंच जायेंगे.निर्मली अनुमंडल के मझारी के समीप बनाये जा रहे कोसी नदी पर महासेतु को देख स्थानीय लोग फ़ूले नहीं समा रहे हैं. लोगों का कहना है कि अबतक देश-दुनिया से बाढ़ के समय कट जाने का दंश झेलने से उनलोगों को मुक्ति मिल जायेगी.
महासेतु के समानांतर बनाये जा रहे रेल पुल का भी निर्माण जारी है. अररिया निवासी वयोवृद्ध साहित्यकार पंडित लक्ष्मण झा बताते हैं, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का दो भागों को जोड़ने का सफ़ल प्रयास ऐतिहासिक, अभूतपूर्व व अविस्मरणीय रहेगा.
महासेतु को देखने पहुंचे अप्रवासी भारतीय आत्मानंद दिलीप ठाकुर बताते हैं, कोसी महासेतु व रेल पुल मिथिला कोसी क्षेत्र के सर्वागीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा. यह महासेतु व रेल पुल विकसित हो रहे भारत की तसवीर बयां कर रही है. पुल निर्माण में लगे अभियंताओं ने बताया कि बरसात के अंत तक निश्चित रूप से पुल पर आवागमन चालू हो
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