पंडौल : इलाके के बुनकरों के सपनों में इन दिनों जबरदस्त सेंधमारी हो रही है. वाक्या प्रखंड मुख्यालय स्थित औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़े सूत मिल का है. दरअसल वर्षो से बंद पड़े यह सूत मिल इन दिनों चोरों के निशाने पर है. मिल के बंद दरवाजे के अंदर धीरे धीरे करोड़ों के मशीन व उपस्क र की चोरी हो रही है.
जानकारों की मानें तो चोरों ने खासकर मशीनों में पीतल के पार्ट पूर्जो को खोला, अब अन्य लोहे के उपस्कर को गायब करने में जुटे हैं. इस दौरान मिल के जेनरेटर सेट से भी पार्ट पूर्जो की चोरी हुई. अगर जानकार सूत्रों पर भरोसा करें तो मिल के रिंगफ्रेम क्षेत्र के अधिकांश मशीन गायब हो चुका है. ऐसा नहीं है कि चोरी के इस काम को चंद दिनों में अंजाम दिया गया है.
बल्कि मिल में चोरी का यह सिलसिला पिछले तीन वर्षो में बदस्तूर जारी है. आश्चर्य की बात यह है कि मिल व मशीनों की सुरक्षा के लिए प्रबंधन ने बजाप्ता सुरक्षा गार्ड तैनात कर रखा है. ऐसे में चोरी की यह सिलसिला कई सवाल खड़ा करती है. मिल परिसर की टूटी चहार दीवारी व लचर सुरक्षा व्यवस्था ने मिल को चोरी के लिए महफ़ूज बना दिया है.
नाम नहीं छापने के शर्त पर औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने बताया कि रात में मिल के पश्चिमी छोर पर टूटी दीवार के पास चार पहिये वाहन लगा कर चोरी का सामान अन्यत्र ले जाया जाता है. कुछ दिनों पूर्व लोगों ने इसे रोकने का प्रयास किया तो उनलोगों पर चोरों ने गोलियां चलायी थी. अब लोग सिर्फ़ मूकदर्शक बने रहते हैं. जबकि इसकी जानकारी मिल सुरक्षा में लगे कई गार्डो को होने की बात बतायी जाती है. बताते चलें कि सूत मिल वर्ष 2002 से बंद है.
जिस कारण मिल परिसर में लगे लाखों के वृक्ष भी गायब हुआ है. जबकि मशीन चोरी के कई मामले पंडौल थाना में दर्ज है. चोरी के आरोप में कई स्थानीय लोग जेल की हवा खा चुके हैं. इधर मामले से प्रशासन अनभिज्ञ हैं. थानाध्यक्ष कुमार ब्रजेश का कहना है कि अब मिल प्रबंधन ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की है बावजूद अपने स्तर से मामले की जांच की जायेगी.
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें