अयाज़ महमूद रुमी
दो लोगों की मौत के पीछे किये गये अपराध को लोग भूल गए । शराब धंधे में लिप्त लोगों को जब पुलिस ने घेरा तभी सभी आरोपी पुलिस से बचने के लिए स्वंय तालाब में कूदे थे । अपराध में शामिल गिरफ्तार आरोपी प्रमोद सदा ने स्वयं बताया कि वो लोग सभी 13 लोगों के पास 90 नब्बे बोतल शराब थे । जब पुलिस ने घेरा तो वो सभी तलाब में कूद गए । ठंड के कारण व पानी ने सभी को और भाड़ी कर दिया । कड़ी मोशक्कत के बाद वे लोग पानी से बाहर तैर कर निकलने में कामयाब हो पाए । इसी बीच दो लोग पानी से भाड़ी जैकेट के साथ नही निकल पाए और उनकी मौत पानी मे डूब कर हो सकती है ।
इनके लापता होने के बाद उसके परिजनों मौत का दावा किया। तब पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना की जांच में जुट गई। पुलिस ने रविवार की सुबह ताला5
माहौल बिगड़ते देख तत्काल पुलिस वहां से निकलने लगी, तो आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने दोषी पर कार्रवाई की मांग को लेकर शव के साथ दुर्गापट्टी गांव में एनएच-104 को जाम कर जमकर नारेबाजी किया ।तनाव को देखते हुए आधे दर्जन से अधिक थानों को अरेर, बासोपट्टी, मधवापुर, साहरघाट, खिरहर, देवधा सहित अन्य थानों की पुलिस व एसडीओ मुकेश रंजन,डीएसपी व सीओ सहित गांव में तैनात हैं। डीएसपी पुष्कर कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी।
हरलाखी हमले में तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। इसमें एक बासोपट्टी थाना के बीएमपी जवान प्रमोद कुमार को उमगांव पीएचसी में भर्ती किया गया है।
ब में जाल फेंकवा कर दोनों शव को बरामद कर लिया। लेकिन, शव के तालाब से निकलते ही हाहाकार मच गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
सवाल उठता है आरोपियों ने खुद छलांग लगाई, एगारह लोग पोखड़ से तैर कर निकल भागे दो लोग स्वयं डूबे फिर आखिर प्रशासन पर हमला क्यों ?लोग मांग करते दिखे बच्चों का लालन पोषण कैसे होगा । अपराध करने से पहले क्यों नही सोचते जेल गए तब कौन संभालेगा परिवार ?
दो लोगों की मौत के पीछे किये गये अपराध को लोग भूल गए । शराब धंधे में लिप्त लोगों को जब पुलिस ने घेरा तभी सभी आरोपी पुलिस से बचने के लिए स्वंय तालाब में कूदे थे । अपराध में शामिल गिरफ्तार आरोपी प्रमोद सदा ने स्वयं बताया कि वो लोग सभी 13 लोगों के पास 90 नब्बे बोतल शराब थे । जब पुलिस ने घेरा तो वो सभी तलाब में कूद गए । ठंड के कारण व पानी ने सभी को और भाड़ी कर दिया । कड़ी मोशक्कत के बाद वे लोग पानी से बाहर तैर कर निकलने में कामयाब हो पाए । इसी बीच दो लोग पानी से भाड़ी जैकेट के साथ नही निकल पाए और उनकी मौत पानी मे डूब कर हो सकती है ।
इनके लापता होने के बाद उसके परिजनों मौत का दावा किया। तब पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना की जांच में जुट गई। पुलिस ने रविवार की सुबह ताला5
माहौल बिगड़ते देख तत्काल पुलिस वहां से निकलने लगी, तो आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने दोषी पर कार्रवाई की मांग को लेकर शव के साथ दुर्गापट्टी गांव में एनएच-104 को जाम कर जमकर नारेबाजी किया ।तनाव को देखते हुए आधे दर्जन से अधिक थानों को अरेर, बासोपट्टी, मधवापुर, साहरघाट, खिरहर, देवधा सहित अन्य थानों की पुलिस व एसडीओ मुकेश रंजन,डीएसपी व सीओ सहित गांव में तैनात हैं। डीएसपी पुष्कर कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी।
हरलाखी हमले में तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। इसमें एक बासोपट्टी थाना के बीएमपी जवान प्रमोद कुमार को उमगांव पीएचसी में भर्ती किया गया है।
ब में जाल फेंकवा कर दोनों शव को बरामद कर लिया। लेकिन, शव के तालाब से निकलते ही हाहाकार मच गई। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
सवाल उठता है आरोपियों ने खुद छलांग लगाई, एगारह लोग पोखड़ से तैर कर निकल भागे दो लोग स्वयं डूबे फिर आखिर प्रशासन पर हमला क्यों ?लोग मांग करते दिखे बच्चों का लालन पोषण कैसे होगा । अपराध करने से पहले क्यों नही सोचते जेल गए तब कौन संभालेगा परिवार ?
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