ज़ाहिद अनवर (राजु) / दरभंगा-सहयोग रूमी सकरी
दरभंगा--हायाघाट विधानसभा का लंबे समय से राजनेताओं का एक ही बड़ा मुद्दा रहा है अशोक पेपर मिल को चालू कराना। लेकिन ये मुद्दा सिर्फ चुनावी मुद्दा ही बनकर रह गया है। 1983 में जब ये मिल बंद हुआ तबसे लेकर आजतक जितने भी विधायक बने सभी ने चुनाव के समय इस मुद्दे को ज़ोरशोर से उठाया लेकिन चुनाव जीतने के बाद यह मुद्दा दबा का दबा रह जाता है। आज मिथिला स्टूडेंट यूनियन की हायाघाट इकाई ने इसे पुणः चालू करने को लेकर होरालपट्टी अशोक पेपर मिल मोर के पास सड़क जाम कर दिया और नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। आंदोलन काफी उग्र था जिसके कारण कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा। आन्दोलकर्मी स्थानीय विधायक अमरनाथ गामी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इनलोगो का कहना था कि जब विधायक से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने ये कह कर पल्ला झाड़ लिया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है इसमें हम कुछ नही कर सकते है। सवाल ये उठता है कि फिर चुनाव के समय इनलोगो के द्वारा वादा जनता से क्यो किया जाता है कि मैं इस मिल को चालू कराऊंगा। बहरहाल इस संबंध में अशोक पेपर मिल मजदूर पंचायत के अध्यक्ष डॉ शाहनवाज़ अहमद कैफ़ी से फोन पर उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक उमाधर सिंह के बाद उन्होंने इस मिल को चालू कराने का भरसक प्रयास किया लेकिन सरकार के उदासीन रवैया के कारण मिल तो चालू होना दूर की बात है स्क्रैप के नाम पर महत्वपूर्ण मशीन यहाँ से ले जाया गया और प्रशासन उदासीन बनी रही। लेकिन मिसु के कार्यकर्ता के द्वारा आंदोलन की जानकारी मिली है, मैं समर्थन करता हूँ और सरकार से माँग करता हूँ कि इसे यथाशीघ्र चालू किया जाए। इस संबंध में स्थानीय विधायक अमरनाथ गामी से संपर्क किया गया लेकिन खबर लिखने तक उनसे संपर्क नही हो पाया था इसलिए उनका पक्ष नही लिखा जा सका। स्थानिय लोगो का कहना है कि मिसु के कार्यकर्ताओं के इस आंदोलन को एक तरफ से पूरा जनमानस समर्थन करता है और आगे भी इनलोगो को मिल चालू कराने के लिए जिस प्रकार का सहयोग चाहिए निश्चित रूप से मिलेगा।
दरभंगा--हायाघाट विधानसभा का लंबे समय से राजनेताओं का एक ही बड़ा मुद्दा रहा है अशोक पेपर मिल को चालू कराना। लेकिन ये मुद्दा सिर्फ चुनावी मुद्दा ही बनकर रह गया है। 1983 में जब ये मिल बंद हुआ तबसे लेकर आजतक जितने भी विधायक बने सभी ने चुनाव के समय इस मुद्दे को ज़ोरशोर से उठाया लेकिन चुनाव जीतने के बाद यह मुद्दा दबा का दबा रह जाता है। आज मिथिला स्टूडेंट यूनियन की हायाघाट इकाई ने इसे पुणः चालू करने को लेकर होरालपट्टी अशोक पेपर मिल मोर के पास सड़क जाम कर दिया और नीतीश कुमार का पुतला दहन किया। आंदोलन काफी उग्र था जिसके कारण कुछ देर के लिए यातायात बाधित रहा। आन्दोलकर्मी स्थानीय विधायक अमरनाथ गामी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इनलोगो का कहना था कि जब विधायक से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने ये कह कर पल्ला झाड़ लिया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है इसमें हम कुछ नही कर सकते है। सवाल ये उठता है कि फिर चुनाव के समय इनलोगो के द्वारा वादा जनता से क्यो किया जाता है कि मैं इस मिल को चालू कराऊंगा। बहरहाल इस संबंध में अशोक पेपर मिल मजदूर पंचायत के अध्यक्ष डॉ शाहनवाज़ अहमद कैफ़ी से फोन पर उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक उमाधर सिंह के बाद उन्होंने इस मिल को चालू कराने का भरसक प्रयास किया लेकिन सरकार के उदासीन रवैया के कारण मिल तो चालू होना दूर की बात है स्क्रैप के नाम पर महत्वपूर्ण मशीन यहाँ से ले जाया गया और प्रशासन उदासीन बनी रही। लेकिन मिसु के कार्यकर्ता के द्वारा आंदोलन की जानकारी मिली है, मैं समर्थन करता हूँ और सरकार से माँग करता हूँ कि इसे यथाशीघ्र चालू किया जाए। इस संबंध में स्थानीय विधायक अमरनाथ गामी से संपर्क किया गया लेकिन खबर लिखने तक उनसे संपर्क नही हो पाया था इसलिए उनका पक्ष नही लिखा जा सका। स्थानिय लोगो का कहना है कि मिसु के कार्यकर्ताओं के इस आंदोलन को एक तरफ से पूरा जनमानस समर्थन करता है और आगे भी इनलोगो को मिल चालू कराने के लिए जिस प्रकार का सहयोग चाहिए निश्चित रूप से मिलेगा।
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