ऐसे करें पेन ड्राइव को फार्मेट
पेन ड्राइव की सहायता से आप ढेर सारा डेटा अपनी जेब में रख सकते हैं. तकनीक के युग में यह प्रोफेशनल और स्टूडेंट्स के लिए एक जरूरी ऐसेसीरीज है. लेकिन ‘पेन ड्राइव’ को इस्तेमाल करते समय हम कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जो हमारी पेन ड्राइव को नुकसान पहुंचाती है.
क्या आप जानते हैं पेन ड्राइव को सही तरीके से कैसे फार्मेट करते हैं. कई बार ‘पेन ड्राइव’ कंप्यूटर में अटैच करते ही एरर देने लगती है और ‘पेन ड्राइव’ फार्मेट नहीं होती.
ऐसे करें फार्मेट: पेन ड्राइव फार्मेट करने लिए सबसे पहले पेन ड्राइव को कंप्यूटर से जोड़ें. इसके बाद कंप्यूटर में दिये गये ‘माय कंप्यूटर’ के ऑप्शन पर माउस से राइट क्लिक करें. राइट क्लिक करते ही आपके सामने कंप्यूटर मैनेजमेंट का ऑप्शन ओपेन होगा. कंप्यूटर मैनेजमेंट के ऑप्शन पर डिस्क मैनेजमेंट पर क्लिक करें.
क्लिक करते ही दायीं तरफ हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव दिखने लगेगी. इसमें से पेन ड्राइव के ऑप्शन पर राइट क्लिक करके फार्मेट कर दें. इससे कोई भी एरर नहीं आयेगी. आपकी पेन ड्राइव पूरी तरह से फार्मेट हो जायेगी. पेन ड्राइव फार्मेट करते समय सेफ्ली रिमूव का ऑप्शन जरूर सलेक्ट करें, इससे पेन ड्राइव सॉफ्टवेयर में कोई
खराबी नहीं आती.
खराबी नहीं आती.
क्या अंतर ‘पेन ड्राइव’ और ‘फ्लैश ड्राइव’ में?
तकनीकी जगत में ऐसी कई डिवाइसेस हैं जिन्हें कई नामों से पुकारा जाता है, उन्हीं में से एक नाम ‘फ्लैश ड्राइव’. जिसे हम ‘पेन ड्राइव’ भी कहते हैं. कई लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि पेन ड्राइव और फ्लैश ड्राइव दो अलग अलग डिवाइसेस हैं. लेकिन दोनों एक ही डिवाइस के अलग-अलग नाम हैं. वीडियो, ऑडियो के अलावा अन्य डेटा को सेव करने के लिए पेन ड्राइव का इस्तेमाल किया जाता है. पेन ड्राइव या फ्लैश ड्राइव को कंप्यूटर, लैपटॉप या फिर किसी अन्य डिवाइस में कनेक्ट करने पर एक नोटिफिकेशन मिलता है. यहां तक मोबाइल में प्रयोग किया जानेवाला मेमोरी कार्ड भी फ्लैश ड्राइव के अंतर्गत आता है. बस! मोबाइल कार्ड का इंटरफेस दूसरा होता है, तो अब आगे से पेन ड्राइव और फ्लैश ड्राइव में कंफ्यूज मत हो जाइयेगा.
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