अयाज़ महमूद रूमी-पंडौल 9835401201
बुधवार-10 अक्टूबर 2018
पंडौल प्रखंड के सकरी स्थित आंगनवाड़ी में बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन का वातावरण निर्माण हेतु नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गई। सकरी पश्चिमी के अलावा कई पंचायतों मे नाटक व गीत संगीत के माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया । ये नाटक महिला विकास निगम व समाज कल्याण विभाग बिहार द्वारा प्रायोजित किया गया था । जिसे दारोगा प्रवराय महिला प्रशिक्षण एंव औध्योगिक केंद्र द्वारा संचालित मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना एमएनएसवाई के अंतर्गत किया गया । नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों तक बाल विवाह एक कानूनन अपराध है । बाल विवाह से लड़कियों का शरीर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है । और जब मां बनती है तो जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा बना रहता है । इसी दहेज प्रथा से बेटियों को कैसे प्रताड़ित होना पड़ता है आदि से लोगों को रूबरू कराया गया। कार्यक्रम के बेहतर संचालन के लिए जिला मुख्य कार्यक्रम समन्वयक खुद क्षेत्र भ्रमण कर लोगों का उत्साह बढ़ा रहे थे। मौके पर आंगनवाड़ी संचालिका अहमदी खातून व दर्जनो महिलाये उपस्थित थी । कलाकारों ने बताया कि एक दिन मे तीन पंचायतों मे नुक्कर नाटक के माध्यम से सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम करना है । नाटक टीम मे चितरंजन कुमार, प्रमोद सहनी, शुधांशु सिंह, विध्या कुमारी, खुशबू कुमारी, मींटू कुमार व अमित कुमार आदि थे ।
बुधवार-10 अक्टूबर 2018
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सकरी के गाँव मे महिला शक्ति के लिए नाटक प्रस्तुत करते कलाकार |
पंडौल प्रखंड के सकरी स्थित आंगनवाड़ी में बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन का वातावरण निर्माण हेतु नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा दी गई। सकरी पश्चिमी के अलावा कई पंचायतों मे नाटक व गीत संगीत के माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन किया गया । ये नाटक महिला विकास निगम व समाज कल्याण विभाग बिहार द्वारा प्रायोजित किया गया था । जिसे दारोगा प्रवराय महिला प्रशिक्षण एंव औध्योगिक केंद्र द्वारा संचालित मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना एमएनएसवाई के अंतर्गत किया गया । नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों तक बाल विवाह एक कानूनन अपराध है । बाल विवाह से लड़कियों का शरीर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है । और जब मां बनती है तो जच्चा-बच्चा दोनों को खतरा बना रहता है । इसी दहेज प्रथा से बेटियों को कैसे प्रताड़ित होना पड़ता है आदि से लोगों को रूबरू कराया गया। कार्यक्रम के बेहतर संचालन के लिए जिला मुख्य कार्यक्रम समन्वयक खुद क्षेत्र भ्रमण कर लोगों का उत्साह बढ़ा रहे थे। मौके पर आंगनवाड़ी संचालिका अहमदी खातून व दर्जनो महिलाये उपस्थित थी । कलाकारों ने बताया कि एक दिन मे तीन पंचायतों मे नुक्कर नाटक के माध्यम से सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम करना है । नाटक टीम मे चितरंजन कुमार, प्रमोद सहनी, शुधांशु सिंह, विध्या कुमारी, खुशबू कुमारी, मींटू कुमार व अमित कुमार आदि थे ।
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