मनरेगा से करें पौधरोपण व पोखरों की खुदाई
पंडौल (मधुबनी) विकास आयुक्त के सी साहा ने मनरेगा के तहत वृक्षारोपण व पोखरों की खुदाई का आदेश दिया। साथ ही बाढ़ पीड़ितों को अविलम्ब खाद्यान्न व नगद मुहैया कराने को कहा। पंचायत सेवकों को कहा गया कि नवनिर्वाचित मुखियों को योजनाओं व बची राशि की जानकारी दें। वे शुक्रवार को जिले के झंझारपुर, मधेपुर व पंडौल प्रखंड क्षेत्रों में विकास कार्यो की समीक्षा व स्थलीय जांच कर रहे थे। विकास आयुक्त की अगुआई में पदाधिकारियों का काफिला सुबह के सात बजे पंडौल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचा। विकास आयुक्त ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. जी एम ठाकुर से चिकित्सा सुविधा, डाक्टर, एएनएम,दवा की उपलब्धता आदि विषयों पर जानकारी ली। इसके बाद वे भवानीपुर पंचायत पहुंच कर विभिन्न योजनाओं का स्थल निरीक्षण किया। इस क्रम में वे सोलर लाइट, मध्य विद्यालय की निर्मित चहारदिवारी, स्वास्थ्य उपकेन्द्र, पंचायत भवन, महादलित परिवारों के लिए बन रहे इंदिरा आवास आदि का निरीक्षण किए। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से मिलकर बास से बने सामान देखे। ढैंचा के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने सरिसवपाही पश्चिम पंचायत में बाढ़ राहत भवन व उच्च विद्यालय के नवनिर्मित भवन को देखा। इसके बाद विकास आयुक्त का काफिला झंझारपुर प्रखंड के लोहना दक्षिण पंचायत भवन पहुंचा। श्री साहा वहां विभिन्न योजनाओं के कागजात को खंगालने के बाद खरड़ख गांव पहुंचे। वहां वे विद्यालय के संचालन, आंगनबाड़ी केन्द्र,सड़क निर्माण, मनरेगा के तहत हो रहे कार्य आदि की जानकारी लिए। उन्होंने पंचायत के मुखिया से कई सवाल पूछे। इसके बाद उन्होंने मखाना प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण किया। जदयू नेता सईद अनवर ने शिकायत की कि यह प्लांट हमेशा बंद रहता है। श्री साहा ने सहकारिता विभाग के पदाधिकारियों से कहा कि इस यूनिट को प्राइवेट को दे दीजिए। नपं अध्यक्ष किरण वरनवाल से भी विकास की जानकारी ली गयी। इसके बाद श्री साहा दैयाखड़वार में रुककर हेचरी देखे और मधेपुर के लिए चल पड़े। मधेपुर में उन्होंने विकास कार्यों, बाढ़ व बाढ़ पीड़ितों के बारे में जानकारी ली। सर्वप्रथम उन्होंने विकास कार्यो की संचिकाओं का अवलोकन किया। नक्शा के माध्यम से कोसी नदी के दोनों तटबंधों के बीच बसे गांवों की भौगोलिक स्थिति का जायजा लिया। बीडीओ व सीओ से कटाव पीडि़तों के बारे में जानकारी ली साथ ही निर्देश दिया कि कटाव पीड़ितों की सूची पंचायत अनुश्रणव समिति से पारित करवा कर उन्हें अविलम्ब खाद्यान्न व राशि मुहैया कराएं। बांकी गांव जाकर आयुक्त ने भालसरी स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से भेंट की। बाद में खरीक बांध के आगे पुल के नजदीक बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने द्वालख पंचातय के मुखिया को कटाव पीड़ितों के आश्रय स्थल के लिए जगह चयन करने का आदेश दिया। विकास आयुक्त के काफिला में जिला पदाधिकारी संजीव हंस, डीडीसी ओम प्रकाश राय, एडीएम राधा रमण झा, निदेशक लेखा मिथिलेश कुमार आदि थे।
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